
नई दिल्ली। भारत की ओर से सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल समूह ऑपरेशन सिंदूर (OPERATION SINDOOR) और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के संदर्भ में विश्व के प्रमुख देशों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों में भेजे जाएंगे। ये प्रतिनिधिमंडल भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति और राष्ट्रीय एकजुटता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेंगे। इनमें से एक प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) का भी नाम शामिल है। कांग्रेस पार्टी की ओर से भेजी गई सूची में नाम नहीं होने के बावजूद शशि थरूर ने सरकार का न्योता स्वीकार कर लिया है और सात में से एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को तैयार हो गए हैं। वहीं, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने भी सरकार का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। हालांकि सूची घोषित होते ही कांग्रेस ने कहा है कि उनकी सूची में थरूर का नाम नहीं था।
आज शनिवार को जैसे ही संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बहुपक्षीय प्रचार अभियान की रूपरेखा पेश की, थरूर ने तुरंत सरकार के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए एक्स पर लिखा, “मुझे भारत सरकार द्वारा पांच प्रमुख वैश्विक राजधानियों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है, ताकि हालिया घटनाओं पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जा सके। जब बात राष्ट्रीय हित की हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद”
I am honoured by the invitation of the government of India to lead an all-party delegation to five key capitals, to present our nation’s point of view on recent events.
When national interest is involved, and my services are required, I will not be found wanting.
Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/b4Qjd12cN9
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 17, 2025
कांग्रेस ने भेजे थे चार अन्य नाम
इधर, कांग्रेस ने थरूर को पार्टी द्वारा नामित नहीं किया गया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसके कुछ देर बाद ट्वीट कर जानकारी दी कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार को चार नामों की सूची भेजी थी, जिनमें आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, सरकार और कांग्रेस के बीच हुई बातचीत में पहले थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और अमर सिंह के नामों पर चर्चा हुई थी। मनीष तिवारी और सलमान खुर्शीद को दो प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करना था, लेकिन कांग्रेस ने अंतिम सूची में उन्हें शामिल नहीं किया।
कांग्रेस महासविन जयराम रमेश ने यह कहा
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, “कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत के रुख को समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।”
Yesterday morning, the Minister of Parliamentary Affairs Kiren Rijiju spoke with the Congress President and the Leader of the Opposition in the Lok Sabha. The INC was asked to submit names of 4 MPs for the delegations to be sent abroad to explain India's stance on terrorism from…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 17, 2025
उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से चार नाम देते हुए पत्र लिखा। रमेश के अनुसार, राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल के लिए आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का नाम दिया है।
सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों की योजना
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के संदर्भ में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विश्व के प्रमुख देशों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों में भेजे जाएंगे। ये प्रतिनिधिमंडल भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति और राष्ट्रीय एकजुटता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेंगे।
इन नेताओं को दी गई नेतृत्व की जिम्मेदारी
शशि थरूर (कांग्रेस)
रविशंकर प्रसाद (भाजपा)
संजय कुमार झा (जदयू)
बैजयंत पांडा (भाजपा)
कनिमोझी करूणानिधि (डीएमके)
सुप्रिया सुले (एनसीपी)
श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)

